आज, 1 दिसंबर को हम World AIDS Day 2024 के रूप में मनाते हैं, क्योकि इस दिन का उद्देश्य है न केवल HIV/AIDS के बारे में जागरूकता फैलाना, बल्कि स्वास्थ्य के अधिकार को लेकर अपनी प्रतिबद्धता को भी दोहराना। यह अवसर हमें यह याद दिलाता है कि स्वास्थ्य का अधिकार हर किसी का है, और इसे पूरी दुनिया में लागू करने के लिए हमें मिलकर काम करने की आवश्यकता है। इस दिन को world aids day के रूप में मनाने का उद्देश्य है HIV और एड्स के प्रति भेदभाव और असमानता को समाप्त करना, और यह सुनिश्चित करना कि हर व्यक्ति को एक स्वस्थ और गरिमामय जीवन जीने का अधिकार मिले।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) इस दिन के महत्व को समझते हुए, विश्वभर के संगठनों और समुदायों के साथ मिलकर स्वास्थ्य के अधिकार की वकालत कर रहा है। इस साल world aids day का विषय है “Take the Rights Path: My Health, My Right!” जो हम सभी को याद दिलाता है कि स्वास्थ्य देखभाल का अधिकार प्रत्येक व्यक्ति का है, चाहे वह किसी भी परिस्थिति में हो।
World AIDS Day 2024: एक वैश्विक आह्वान
WHO के अनुसार, 2030 तक AIDS महामारी को समाप्त करने के लिए हमे उन असमानताओं का सामना करना होगा, जो HIV के इलाज, रोकथाम और देखभाल तक पहुंच को प्रभावित करती हैं। अब भी कई स्थानों पर, समाज के कुछ वर्गों को अपने स्वास्थ्य देखभाल अधिकार का पूरा लाभ नहीं मिलता, चाहे वे किसी भी समुदाय से हों।
इस दिन अर्थात 1 दिसंबर का उद्देश्य यही है कि हम स्वास्थ्य देखभाल में समानता सुनिश्चित करने के लिए अपने प्रयासों को मजबूत करें और उन असमानताओं का मुकाबला करें जो अभी भी HIV से प्रभावित लोगों की ज़िंदगी में व्यवधान उत्पन्न करती हैं।
अधिकार आधारित स्वास्थ्य देखभाल: हर व्यक्ति का अधिकार
HIV से प्रभावित लोगों के लिए अधिकार आधारित दृष्टिकोण अपनाना अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह दृष्टिकोण केवल एक रणनीति नहीं है, बल्कि यह समाज की एक जिम्मेदारी है कि वे उन लोगों के अधिकारों की रक्षा करें जो HIV से प्रभावित हैं। यह देखभाल को निर्बाध, समान, और सभी के लिए सुलभ बनाता है।
जब हम स्वास्थ्य देखभाल के अधिकार की बात करते हैं, तो इसका मतलब केवल चिकित्सा सेवाओं तक पहुंच नहीं है, बल्कि यह भी है कि हम उन व्यक्तियों के अधिकारों की रक्षा करें जो समाज में भेदभाव का शिकार होते हैं। विशेष रूप से, मarginalized communities, जैसे कि transgender, sex workers, men who have sex with men (MSM), और people who inject drugs, के लिए यह महत्वपूर्ण है कि उनका स्वास्थ्य और स्वतंत्रता सुरक्षित रहे।
HIV और AIDS: Marginalized Communities पर असर
HIV संक्रमण से सबसे अधिक प्रभावित होने वाले समूहों में पुरुष जो पुरुषों के साथ संबंध बनाते हैं, यौनकर्मी, नशीले पदार्थों का सेवन करने वाले, ट्रांसजेंडर लोग, और कैदी शामिल हैं। इन समूहों में HIV का संक्रमण सबसे अधिक है। इन समूहों के लिए HIV के खिलाफ उपचार और देखभाल की पहुंच अक्सर कठिन होती है, क्योंकि इनका सामना कलंक, भेदभाव और कई बार कानूनी चुनौतियों से होता है।
दुनिया भर में, लगभग 39.9 मिलियन लोग HIV के साथ जी रहे हैं और 2023 में 1.3 मिलियन नए संक्रमण रिपोर्ट किए गए हैं। WHO दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में 3.9 मिलियन लोग HIV के साथ जीवन जी रहे हैं, जो वैश्विक HIV मामलों का 10% है। इस क्षेत्र में 78% लोग HIV से अवगत हैं और 66% लोग antiretroviral treatment प्राप्त कर रहे हैं। फिर भी, कई देशों में HIV संक्रमण की दर को नियंत्रित करने के प्रयासों में बहुत सी चुनौतियाँ बनी हुई हैं।
बच्चों और किशोरों में HIV संक्रमण की समस्या
बच्चों और किशोरों में HIV संक्रमण की दर अब भी बहुत अधिक है। दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में 80,000 बच्चे और किशोर HIV के साथ जीवन जी रहे हैं। इनमें से अधिकांश बच्चे माँ से बच्चे में संक्रमण (vertical transmission) के कारण प्रभावित हुए हैं। इसके बावजूद, अगर सही कदम उठाए जाएं तो माँ से बच्चे में HIV का संक्रमण रोका जा सकता है।
WHO का ‘Triple Elimination’ पहल इस उद्देश्य के लिए काम कर रहा है, जिसमें HIV, सिफिलिस और हेपेटाइटिस बी वायरस के वर्टिकल ट्रांसमिशन को समाप्त करना प्राथमिक लक्ष्य है। यह पहल मालदीव, श्रीलंका, और थाईलैंड जैसे देशों द्वारा पहले ही हासिल की जा चुकी है।
युवाओं में HIV संक्रमण और चुनौतियाँ
युवाओं में HIV संक्रमण की दर में भी चिंताजनक बढ़ोतरी देखी जा रही है। विशेष रूप से, 15 से 24 वर्ष के बीच के युवाओं में नए संक्रमण की दर अधिक है। ये युवा न केवल HIV के चिकित्सीय प्रभावों का सामना कर रहे हैं, बल्कि उन्हें भावनात्मक संकट, सामाजिक बहिष्कार, और भेदभाव जैसी समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है।
कई बार, युवा लोग HIV के बारे में सही जानकारी की कमी के कारण गलत जानकारी या डर के कारण इलाज नहीं कराते। इसके अलावा, यौन शिक्षा का अभाव भी एक महत्वपूर्ण कारण है, जिसके कारण युवाओं में HIV संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
युवाओं के लिए समावेशी स्वास्थ्य प्रणालियाँ
WHO ने अडोलेसेंट-प्रतिक्रियाशील स्वास्थ्य प्रणालियों की ओर एक बड़ा कदम बढ़ाया है। अक्टूबर 2024 में WHO दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र द्वारा Adolescent-Responsive Health Systems Ministerial Declaration को मंजूरी दी गई। इस घोषणा का उद्देश्य यह है कि हर युवा, खासकर वो जो HIV से प्रभावित हैं, उनके लिए स्वास्थ्य प्रणालियाँ बनाईं जाएं जो उनके विशेष स्वास्थ्य और सामाजिक जरूरतों को पूरा कर सकें।
रोकथाम और इलाज में नवाचार
नई तकनीकी समाधानों के साथ, जैसे कि मोबाइल स्वास्थ्य ऐप्स, ऑनलाइन काउंसलिंग, और टीलेमेडिसिन, हमें उन युवाओं और समूहों तक पहुँचने में मदद मिल रही है, जो संपर्क में आने में असमर्थ हैं। साथ ही, नए बायोमेडिकल टूल्स जैसे Pre-exposure prophylaxis (PrEP) और Post-exposure prophylaxis (PEP) से HIV संक्रमण के जोखिम को कम किया जा सकता है।
यह सुनिश्चित करना कि ये टूल्स सुलभ, सस्ते और विस्तृत रूप से उपलब्ध हों, सरकारों और स्वास्थ्य भागीदारों के सहयोग से संभव है।
HIV कलंक को समाप्त करना
HIV से संबंधित कलंक को समाप्त करना आज भी हमारे सबसे बड़े संघर्षों में से एक है। यह कलंक लोगों को इलाज और स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंचने से रोकता है। स्वास्थ्य देखभाल प्रदाताओं को प्रशिक्षित करना ताकि वे दयालु, समर्थक, और भेदभाव रहित देखभाल प्रदान करें, इस दिशा में एक बड़ा कदम है। साथ ही, सार्वजनिक जागरूकता अभियान शुरू करने की आवश्यकता है, ताकि HIV से प्रभावित व्यक्तियों के अधिकारों और उनके साहस को पहचाना जाए।
WHO की दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में AIDS समाप्ति की दिशा
WHO का ’95-95-95 लक्ष्य’ HIV से लड़ाई में बहुत महत्वपूर्ण है, जिसके तहत 95% लोगों का HIV का निदान करना, 95% को उपचार देना, और 95% उपचार प्राप्त लोगों को वायरस के प्रसार को दबाने में मदद करना है। इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए हमें सभी समुदायों के बीच मिलकर काम करने की आवश्यकता है।
निष्कर्ष: स्वास्थ्य और अधिकारों का वैश्विक वादा
इस World AIDS Day 2024 पर, हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम यह सुनिश्चित करें कि हर व्यक्ति को, चाहे वह HIV से प्रभावित हो या नहीं, स्वास्थ्य देखभाल का अधिकार प्राप्त हो। अधिकार आधारित दृष्टिकोण अपनाकर हम HIV से प्रभावित समुदायों को न केवल एक स्वस्थ जीवन जीने का अधिकार दे सकते हैं, बल्कि हम समानता और स्वास्थ्य देखभाल में समान अवसर सुनिश्चित कर सकते हैं।
आइए हम एकजुट होकर इस मिशन को सफल बनाएं, और सबको यह विश्वास दिलाएं कि “My Health, My Right!”