Michaung cyclone सोमवार दोपहर आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के तट से टकरा सकता है। तूफान के कारण तमिलनाडु के महाबलीपुरम बीच पर समुद्र का स्तर लगभग पाँच फीट तक बढ़ गया है। तमिलनाडु सरकार ने सोमवार को जरूरी सेवाओं को छोड़कर पूरे राज्य में सार्वजनिक अवकाश का ऐलान कर दिया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग यानी आईएमडी ने तमिलनाडु के चेन्नई, चंग, पट्टू, तिरुवरुर और कांचीपुरम में Michaung cyclone तूफ़ान के चलते भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
Michaung cyclone तूफ़ान की इंटेंसिटी:
यह साइक्लोन मी चौंग जब लायन फॉल करेगा यानी तटों को पार करेगा, तटों से टकराएगा। चाहे जो इस भाषा में इसको बोलें तो उस समय Michaung cyclone इंटेंसिटी का पहले ऐसा लग रहा था कि तटों के पास पहुंचने से पहले कमजोर हो जाएगा, लेकिन अभी इंटेंसिटी केशन के प्रोसेस में है। मतलब और ज्यादा प्रभावशाली और ज्यादा शक्तिशाली बन रहा है। तो अगर यह और तेज हो जाएगा तो सीवियर साइक्लोनिक स्टॉर्म बनेगा यानी भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील होगा और उसी इंटेंसिटी में इसका तटों से टकराने की संभावना इसके लग रही है।
प्रभाव:
Michaung cyclone ke प्रभाव को आप पिछले दो सिस्टम से समझ सकते हैं । उन सिस्टम का जो इंपैक्ट था, कई बार उससे ज्यादा इंपैक्ट तो लो प्रेशर या रेलमार्ग लो प्रेशर एरिया से देखने को मिलता है। उन सिस्टमों का इंपैक्ट यानी उनके प्रभाव से दायरा, जो बादलों का दायरा था या चलने वाली हवाओं का दायरा था, वह बहुत सीमित था। लेकिन आप इस सिस्टम का इंपैक्ट जान सकते हैं। पूर्वी मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में विदर्भ तक। इधर बिहार में पटना और पूर्वोत्तर में गुवाहाटी और तेजपुर तक। इन सभी भागों में और साथ ही साथ साउथ पेनिनसुला रीजन या सेंट्रल सेंट्रल पेनिनसुला रीजन पर पूर्वी क्षेत्रों में काफी ज्यादा इंटेंस क्लाउड बन रहे हैं। उत्तर पश्चिमी दिशा से शुष्क हवाएं चल रही थी राजस्थान तक और इधर से जब साइक्लोन के प्रभाव से हवाओं ने थोड़ा सपोर्ट करना शुरू किया। मॉइश्चर यहां थ्रो करना शुरू किया तो इसके प्रभाव से यहां पर बादल बने और आज दिल्ली एनसीआर में जहां की उम्मीद बहुत कम थी। यहां पर दिल्ली एनसीआर और हरियाणा के दक्षिणी पूर्वी क्षेत्रों में, पूर्वी राजस्थान में पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तर पश्चिमी मध्य प्रदेश में कई जगहों पर रुक रुक कर की हल्की वर्षा रिकॉर्ड की गई है और इन भागों में कई जगहों पर कल भी मौसम में सक्रियता रहने वाली है।
कैसा रहेगा मौसम:
तो इन सब परिस्थितियों के बीच में क्या मौसम रहेगा अगले 24 घंटों में, आइए जानते हैं। Michaung cyclone toofan के चलते यहां पर जम्मू कश्मीर में खासतौर पर जम्मू, कटरा, उधमपुर, श्रीनगर, गुलमर्ग, काजीगुंड, पहलगाम। इन भागों में कुछ स्थानों पर नमी पहुंचेगी और इस नमी के कारण यहां पर थोड़ी बहुत थोड़े बहुत बादल आ सकते हैं। बन सकते हैं और कहीं पर हल्की वर्षा हो सकती है, लेकिन प्रोबेबिलिटी बहुत ज्यादा नहीं है इसलिए मॉडल भी बिल्कुल इंडिकेट नहीं कर रहा है। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और लद्दाख। गिलगित बाल्तिस्तान, मुजफ्फराबाद यहां पर ड्राई वेदर रहेगा। पंजाब के ज्यादातर जिलों में और हरियाणा के पश्चिमी जिलों में। साथ ही साथ राजस्थान के पश्चिमी जिलों में इन भागों में तेज उत्तर पश्चिमी दिशा की हवाएं चलती रहेंगी। दिल्ली एनसीआर और पूर्वी हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान।
वाराणसी, सोनभद्र से लेकर अभी पूर्वी रीजन में ड्राई वेदर रहेगा क्योंकि यह जो बादल हैं, यह साइक्लोन के डायरेक्ट बादल की जगह नहीं है। यह पश्चिम से पहले से यहां पर कनेक्टिविटी बनी हुई थी। नमी की तो यह अलग सेपरेट सिस्टम है। सेपरेट प्रभाव है सिस्टम साइक्लोन का सिस्टम कुछ समय बाद इन भागों में असर दिखाना शुरू करेगा।
पूर्वी क्षेत्रों की बात करैं तो बिहार में ड्राई वेदर रहेगा। इसके बावजूद गया, दरभंगा, भागलपुर, किशनगंज, पूर्णिया से लेकर पटना, गया, बक्सर, कैमूर, सीवान, गोपालगंज। इन सभी क्षेत्रों में तमाम जगहों पर बादल आपको बनते हुए नजर आएंगे। इसी साइक्लोन के प्रभाव से और पूर्वी दक्षिण पूर्वी हवाएं इन भागों में चलती हुई नजर आएंगी। रांची से लेकर जमशेदपुर तक जो दक्षिणी क्षेत्र हैं, यहां पर भी कई जगहों पर बादल रहेंगे। उत्तरी भागों में फिलहाल ड्राई वेदर रहेगा। पश्चिम बंगाल के गंगीय और उप हिमालय भागों में। सिक्किम में ड्राइव वेदर रहने की संभावना है, लेकिन पश्चिम बंगाल के क्षेत्रों में जो गंगीय रीजन है और झारखंड का उत्तरी क्षेत्र है। सभी भागों पर काफी डेंस क्लाउड। घने बादल, तेज हवाएं ये सब कुछ यहां पर आपको देखने को मिलेगा और यहां अलीपुरद्वार या क्वार, कोलकाता, दीघा समेत ये दक्षिणी क्षेत्र है।
सुंदरबन डेल्टा का रीजन है। इन भागों में कई स्थानों पर Michaung cyclone के कारण काफी घने बादल पहुंचने शुरू हो जाएंगे और पूर्वोत्तर भारत के दक्षिणी क्षेत्रों में यानी मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा में भी बारिश होगी। मेघालय, असम के दक्षिणी क्षेत्रों में साथ ही साथ नागालैंड में कुछ स्थानों पर बादल यहां पर पहुंचने लगेंगे। अब बारी मध्य भारत के क्षेत्रों की और दक्षिण भारत की। मध्यभारत के भागों में ओडिशा पर इसका जबरदस्त प्रभाव अब आप देखना शुरू करेंगे। 4 दिसंबर से यहां पर कटक हो या पुरी, पारादीप हो या केंदुझर, राउरकेला और बारीपदा हो सभी जगहों पर भुवनेश्वर, बालासोर, कटक और मयूरभंज समेत तमाम जगहों पर यहां पर बारिश शुरू हो जाएगी। साउथ पोर्शन में यानी दक्षिणी क्षेत्रों में जाहिर है क्योंकि दक्षिणी क्षेत्रों के करीब रहेगा सिस्टम तो यहां पर बहुत भारी वर्षा बरसात देखने को मिल सकती है। तूफानी हवाओं के साथ बादलों की तेज गर्जना के साथ, लाइटनिंग थंडर स्टॉर्म के साथ। और ये जो दक्षिणी क्षेत्र हैं आप छत्तीसगढ़ में रायपुर से लेकर के सुकमा, दंतेवाड़ा, बीजापुर के बीच में इन सभी क्षेत्रों में बारिश होगी। पेंड्रारोड, अंबिकापुर और रायगढ़ में भी थोड़ी बहुत वर्षा हो सकती है, लेकिन यहां पर ज्यादा चांसेज नहीं रहेंगे। बादल जरूर बनेंगे और इसी तरह से पूर्वी मध्यप्रदेश में भी बादल बनेंगे। इस सिस्टम के प्रभाव से सागर तक खजुराहो, सतना, पन्ना, रीवा, सीधी, उमरिया, कटनी, शहडोल और अनूपपुर, डिंडोरी, मंडला, बालाघाट, होशंगाबाद इन सभी भागों पर बादल पहुंचेंगे। यहां पर कुछ इलाकों में बारिश की संभावना भी बन सकती है क्योंकि ये बादल थोड़े से पहले की तुलना में जो आज पहुंच रहे थे उनसे ज्यादा घने हो सकते हैं।
पश्चिमी मध्यप्रदेश में ग्वालियर और गुना, शिवपुरी, अशोकनगर, श्योपुर समेत नीमच, भिंड, मुरैना, दतिया इन रीजन में कुछ स्थानों पर michaung तूफ़ान cyclone आने से barish की संभावना बन सकती है और इंदौर, उज्जैन, भोपाल में भी कुछ बूंदे पड़ सकती हैं। बाकी पश्चिमी मध्यप्रदेश में ड्राई वेदर रहेगा। गुजरात में शुष्क मौसम लगभग सभी जगहों पर रहने की संभावना है। उत्तरी दिशा की हवाएं यहां पर चलेंगी। मौसम ठंडा हो जाएगा। पहले की तुलना में और दो दिन के बाद यहां पर फिर से badal पहुँचेंगे। फिर से बारिश की संभावनाएं बनेंगी। महाराष्ट्र में विदर्भ, मराठवाड़ा और मध्य महाराष्ट्र तक इन पूर्वी हवाओं का असर पहुंचेगा। गुजरात में भी पहुंचेगा। अहमदाबाद से सूरत के बीच में और बारिश भी यहां पर नहीं होगी। फिलहाल विदर्भ के पूर्वी क्षेत्रों में कहीं कहीं पर चंद्रपुर, गढ़चिरौली, नागपुर और आसपास के भागों में बारिश हो सकती है। शेष विदर्भ या मराठवाड़ा, मध्यभारत और कोंकण, गोवा, इन्क्लूडिंग मुंबई, नाशिक, पुणे और संभाजीनगर इन सभी भागों में भी ड्राई वेदर रहेगा।
कब टकराएगा मी चौंग सायक्लोन तटों पर:
अब आते हैं उस रीजन की तरफ जहां पर सीधा मी चौंग तूफ़ान (Michaung toofan) का तटों से टकराने का कार्यक्रम है या इसका बिल्कुल तटों से टकराने की संभावना प्रबल हो गई है। तो यह है वह उत्तरी तटीय, दक्षिणी तटीय और उत्तरी तटीय रीजन आंध्र प्रदेश का। यह तटवर्ती रीजन है। इसे अगर मेट्रोलॉजिकल सबडिविजन के हिसाब से जानें तो आंध्र प्रदेश को दो भागों में बांटा गया है। रायलसीमा और तटीय रीजन, और इस तटीय रीजन पर यहां बापत ला और मछलीपट्टनम साथ ही साथ नेल्लोर के बीच में अति भीषण बारिश की संभावना है और 4 से 5 दिसंबर के बीच में ही इसके लैंड फॉल की संभावना है और इसी दौरान यहां पर बहुत ज्यादा तबाही मचा सकता है। तूफान लगभग 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हिट करेगा। उस दौरान दक्षिणी आंध्र प्रदेश के कई जिलों में बहुत ही तेज हवाएं चलेंगी और साथ ही साथ बहुत घने बादल रहेंगे। बहुत तेज लाइटनिंग और थंडर स्टॉर्म की गतिविधियां यहां पर होने की आशंका रहेगी। उत्तरी भागों में भी इसी तरह गिरे तो विशाखापत्तनम, मछलीपट्टनम, बापत ला, नेल्लोर। इन सभी जगहों पर भीषण वर्षा और भीषण मौसमी हलचल यहां पर रहने की संभावना आशंका है। रायलसीमा में भी टायर रीजन प्रभावित रहेगा। तेलंगाना भी पूरा रीजन प्रभावित रहेगा। लेकिन बारिश जो है रामागुंडम, हैदराबाद और खम्मम तक देखने को मिलेगी। बाकी जो पश्चिमी उत्तर पश्चिमी क्षेत्र है यहां पर चांसेस कम रहेंगे। जहां तक बात कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल की है तो केरल और तमिलनाडु के दक्षिणी क्षेत्रों में और कर्नाटक के पूर्वी रीजन में। बेंगलोर, मैसूरू, हसन, चित्रदुर्गा, बेल्लारी, गुलबर्गा, रायचूर। इस रीजन में बादल यहां पर बनेंगे और यहां पर कुछ इलाकों में बारिश भी होने की संभावना रहेगी।
निष्कर्ष:
उधर, आंध्र प्रदेश के एनटीआर जिले में चार और 5 दिसंबर को स्कूल कॉलेज समेत सभी एज्यूकेशन इंस्टीट्यूट बंद कर दिए गए हैं। दोनों राज्यों में रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए एनडीआरएफ की 21 टीमें तैनात की गई हैं। Michaung cyclone toofan साल दो हज़ार 23 में बंगाल की खाड़ी का चौथा और हिन्द महासागर में बननेवाला छठा तुफान है। म्यानमार में तूफान का नाम मी-चौंग रखा गया। जिसका मतलब होता है ताकत और लचीलापन होना।
आईएमडी ने बताया, इस समय तूफान में बंगाल के दक्षिण पश्चिमी खाड़ी के ऊपर है। यह उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ रहा है। सोमवार दोपहर तक इसके दक्षिण आंध्रप्रदेश और उत्तरी तमिलनाडु तट से होते हुए पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी तक पहुंचने की संभावना है। तूफान के चलते सेंट्रल रेलवे ने 3 से 7 दिसंबर के बीच चलनेवाली 144 ट्रेनें रद्द कर दी हैं। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक तमिलनाडु, बैंगलोर, हैदराबाद, नई दिल्ली, हावड़ा, लखनऊ, विशाखापट्नम, तिरुपति, पुडुचेरी समेत अन्य रूटों पर चलने वाली ट्रेनों को कैंसल किया गया है।
दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ समेत उत्तर भारत के कई शहरों में आने वाले दिनों में घना कोहरा रहने की आशंका है। कश्मीर के पहलगाम और गुलमर्ग इलाके में रविवार को पारा जीरो डिग्री दर्ज किया गया। दूसरी ओर गुजरात, मध्यप्रदेश, तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में कई इलाकों में हल्की बारिश भी हुई। तूफान के कारण ओडिशा में 6 दिसंबर को भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।